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शुक्रवार, 28 अप्रैल 2017

भारत के सबसे बड़े और सफल कोचिंग संस्थान के मालिक हैं दलित इंजीनियर

कोटा। IIT-Jee मेन्स 2017 के रिजल्ट में 100 प्रतिशत अंक लाने वाले कल्पित वीरवाल की देशभर में चर्चा हो रही है। उनकी सफलता के पीछे खुद की मेहनत और कोचिंग का हाथ बताया जा रहा है। ऐसे में जिस कोचिंग संस्थान से उन्होंने पढ़ाई की है उस कोचिंग संस्थान 'रेजोनेंस' के संस्थापक के बारे में भी जानना बहुत जरूरी है।

ये हैं राम किशन वर्मा, एक ऐसा नाम जिन्होंने आईआईटी का सपना देखने वाले बच्चों को नई उड़ान दी। एक सरकारी इंजीनियर की नौकरी छोड़ उन्होंने देश के करोड़ों बच्चों के सपने में पंख लगाने की ठानी और बना दिया एक ऐसा संस्थान जो पिछले 16 सालों से छात्रों को उनके मुकाम तक पहुंचा रहा है। आज वो आईआईटी-जेईई को क्रैक कराने का पर्याय बन चुके हैं।

राम किशन वर्मा का जन्म राजस्थान के एक छोटे से जिले कोटा के दलित परिवार में हुआ। बताया जा रहा है कि राम किशन वर्मा भी एससी कैटेगरी से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता एक पत्थर की खदान में मजदूर थे। शुरू से ही मेधावी छात्र रहे राम किशन वर्मा को हाई स्कूल तक की पढ़ाई के लिए साइकिल से 10 किमी जाना पड़ता था। उन्होंने अपनी पूरी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और अपने दम पर आईआईटी की परीक्षा पास की थी।

इसके बाद शुरू हुआ उनके सपनों का दौर जब कोटा से ही साल 2001 में उन्होंने रेजोनेंस नाम की एक कोचिंग संस्था शुरू की। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज 16 साल बीत जाने के बाद रेजोनेंस देश का सबसे बड़ा कोचिंग संस्थान बन गया है। जिसके कैंपसों से हर साल हजारों छात्र-छात्राएं आईआईटी, मेडिकल और अऩ्य प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं। आरकेवी सर की नेतृत्व क्षमता और छात्रों को ऊंचाई पर पहुंचाने के उनके सपने ने रेजोनेंस को उत्कृष्टता के शिखर पर पहुंचा दिया है।

अब उनका सालाना टर्नओवर 500 करोड़ है। इतना ही नहीं वे देश के सफल उद्योगपतियों की फोर्ब्स की लिस्ट में भी शामिल हो चुके हैं। जिस फोर्ब्स में अंबानी अडानी जैसे उद्योगपतियों के नाम भी शामिल हैं।

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